पूर्व सैनिकों के बच्चों और विधवाओं की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता योजना
rmewf yojana नमस्कार भाई और बहनो हमारा भारत देश स्वातंत्र्य देश माना जाता है। देश की रक्षा करने के लिए, सैनिको की फौंज है, सैनिको की भरती बारावी पास पर होती है।
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Toggleजो भी आदमी लंबा चोडा, होता है उसे ही भरती कर लेते है। भरती करने के बाद उने प्रशिक्षण देकर सब सिखाया जाता है। सैनिको बॉर्डर लढणा पडता है। देश की रक्षा करणी पडती है, रात्र दिन जागरण करके हमारी रक्षा करते है।
rmewf yojana कभी कभी क्या होता है, सैनिक जब बॉर्डर लड लेते है, तब उनकी मौत भी होती है, मौत होने के बाद उनकी बीवी बच्चो, का ख्याल कोण रखेगा बच्चो की देखभाल कोण करेगा, हे विचार सरकारने पूर्व सैनिक के बच्चे और विधवाओ के लिए शिक्षा वित्तीय सहाय्यक योजना शुरू की गई है।
rmewf yojana सैनिको की बच्चो का और बीवी का और उनके परिवार के लिए। बच्चे के शिक्षा के लिए योजना जारी की गई है। इस योजना का फायदा सैनिको परिवार को होगा। बच्चो की शिक्षा के लिए मदद करने की और उनको और भी सहाय्यता करने के लिए। यह योजना 1981 शुरू की गई थी।
जिसमे कक्षा 12 तक तीन बच्चो के लिए, एक बच्चो को हर महिने मे 15 रुपये दिये गये जाते थे। या योजना को ऑक्टूबर 2011 मे जाच लिया गया था, यह योजना को उल्लंघन करके प्रति दो बच्चो को 1000 रुपये महिना और विधवा को जिस विधवा का पुरा शिक्षण नही हुआ है। उस विधवा के लिए। पुरा शिक्षण डिग्री तक, पूरा करने के लिए मासिक अनुदान देने के लिए शुरू की गई थी। और ये अनुदान विधवा को व्यवसाय शुरू करने के लिए नही है।
सेना मे अलग अलग से पोस्ट होती है, उसमे हवालदार की पोस्ट,और नौसेना, वायु सेना मे समान पद वाले ई. एस. एम, या उनके विधवाओ को दो बच्चे है। तो उने मदद करने के लिये। योजना शुरू की गई है, हमारे राज्य मे इस प्रकार विधवा और बच्चे है। और उन्हे लाभ प्राप्त नही हुआ है।तो ये परस्थानी डिग्री पाठ्यक्रम विधवा को भी लागू है।
rmewf yojana योजना के उद्दिष्टे
rmewf yojana यह योजना मे भारत देश के सैनिको हमारे लिए लढते है। और ओ बॉर्डर पर ही शहीद हो गये। तो उनके बच्चो और उनकी बीवी, खयाल रखने के लिए योजना शुरू की गई है,
rmewf yojana इस योजना का उद्देश है सैनिको के बच्चो को अच्छा शिक्षा मिले, अच्छी पढाई करे उन्हे पढाई मे कोई तकलीफ ना हो, और विधवा को जिस विधवा का पुरा शिक्षा प्राप्त, उने पुरा शिक्षा प्राप्त करने के लिए। सरकारने इस योजना को सुरू की गयी थी।
विधवा को पूरी डिग्री प्राप्त करने तक सहाय्यता की जायेगी। और दो बच्चो को 1000 रुपये महिना दिये जाता है, विधवा के बच्चो को अधिक सहाय्यता प्राप्त करने का इस योजना का उद्देश है।
पूर्व सैनिको के बच्चो और विधवा के लिए। मदद करने का सरकार का उद्देश है। बच्चे की शिक्षा के लिए और विधवा के डिग्री प्राप्त करने के लिए, सरकारने योजना शुरू की गई है। जब सैनिक नही रहता बहुत सी महिला समझ नही आता की क्या करे, उसमे से कोई अशिक्षित होती है।
तो उने के लिए यह योजना जारी की गई है, की योजना के अनुसार बच्चे और विधवा आपणा ख्याल रख सके और कुछ तो प्रगती कर सके बच्चे की पढाई, विधवा की डिग्री और आपने हिसाब से पढाई पुरी कर सके।और उने कोई भी ताखलीफ ना हो जाये।
- सैनिको के बच्चो और विधवा को शिक्षा प्राप्त करने के लिए 1000 एक बच्चे के लिए, लागू है या उने पूरे साल के एक बार भी मिल सकते है।
- सैनिको के विधवा को एक स्थान को पूरा करने के लिए 2 वर्ष तक 1000 मिलते है,rmewf yojana
rmewf yojana पात्रता
इस योजना को प्राप्त करने के लिए पात्रता नियमानुसार है। पात्रता के नियम अनुसार विधवाओ को लाभ मिलेगा।
- जो विधवा योजने का लाभ उठा रही है ओ विधवा ई.। एस. एम / विधवा / अनाथ / आश्रित होनी चाहिये।
- हवालदार/ संमकक्ष या नीचे दिये गये रौक का होना चाहिये।
- यह योजना स्कूल के बच्चो के लिए कक्षा 1ते 12 के लिये या डिग्री प्राप्त करणे तक लागू है,
- यह अनुदान 2 वर्ष की शिक्षा प्राप्त करने के लिए है, विधवा के लिए सरकारने दिया है वो कोर्स पुरा करेंगे।
- भारत देश के राज्यसे, गाव /शहर से लॉटरी से शिक्षा, भत्ता, समान लाभ नही प्राप्त कर सकते।यह योजना विधवा ओ के सिर्फ दो बच्चो के लिए ही लागू की गई है। या विधवा को 2जुडवा बच्चे है तो उने निम्मे अटी लागू है।
- सैनिक के विधवाओ को पहिले जुडवा बच्चे है। तो यह योजना जुडा बच्चो को ही लागू हो जायेगी। क्यूकी ये योजना सिर्फ दो बच्चो के लिए ही है।
- द्वितीय या त्तीतीय बच्चे की जुडवा होने की बाद पहिले बच्चे के साथ ओ दोनो भी शैक्षणिक योजना के लिए पात्र है।
- यह योजना मे ई. एस. एम के मानदंड को पूरा करने के लिए, तीन बच्चो के लिए लाभ प्राप्त कर सकते हो।
- पहिली या द्वितीय बच्चे की दुर्घटना मे यदि मौत होती है। तो पहिले बच्चे की मृत्यू प्रमाणपत्र के अनुसार द्वितीय बच्चन तृतीय बच्चन तृतीये बच्चे पात्र होगी। और दृतिय बच्चे की मौत होती है।तो तृतीय बच्चा पात्र होगा।जाच के लिये मृत्यू प्रमाणपत्र दस्तावेज के रूप मे अपलोड किया जायेगा। rmewf yojana
rmewf yojana आवश्यक दस्तावेज
- सैनिको की विधवाओ का जिल्हा सरकार के साथ सैनिक कल्याण अधिकारी के आदेश से (जेड. एस. डब्लूव. ओ)के जुडे हुए नवीनत स्टक एप्लीकेशन लेना चाहिए।
- ई. एस. एम का सेवा दस्तावेज/ डिस्चार्ज बुक / जिसमे ई. एस. एम का व्यक्तिगत विवरण, सेवा का विवरण, सब परिवार के विवरण उसमे होना चाहिये।
- जे. एस. बी.इ. एस. एम से निकल कर लाये हुये विधवा का आय कार्ड।(2) बच्चे की मार्कशीट, प्रगती पत्र,
- सरकार के नियमानुसार जिस बच्चे का नाम दिया गया है। जिसके लिए अनुदान मागा गया है,इसके लिये पावती दस्तावेज शामिल होनी चाहिये।
- आवेदन से एक प्रमाणपत्र जैसी उसने शिक्षा के लिए अभी तक कोई भी भत्ता प्राप्त नही किया है।
- और आपका बँक खाता सिर्फ (पी. एन. बी./एस. बी. आय.और आई. एफ. एस.)होना चाहिये और उसका कोड भी होना चाहिये और आधार कार्ड की पंची,
rmewf yojana आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन
- पात्र पूर्व सैनिक, उनकी विधवाए,केंद्रीय सैनिक, बोर्ड सचिवालय (के. एस. बी. एस )के सैनिको के अधिकारी वेबसाईट पर जाकर आवेदन कर सकते हो।rmewf yojana
- उसका अलग सा पोर्टल होगा पोर्टल के लिए गये होम पेज पर क्लिक कर लिजिए। रजिस्टर फार्म आयेगा उसमे आवश्यकता दस्तावेज अपलोड कर लीजिए। आपका फोटो अपलोड करे, सेव बटन पर क्लिक कर कर आपका आवेदन कर लीजिए इसका पासवर्ड आपके ईमेल आयडी पर भेजा दिया जायेगा।
- सेव बटन पर क्लिक करके के. एस बी. पोर्टल को लॉगिन करके मेल आयडी के भेजे दिये गये हुये, एक्टिवेशन को लिंक पर क्लिक करे। आवेदन करने वाला व्यक्ति का नाम पासवर्ड डालीये और लोगिन बटन पर क्लिक कर लिजिए।के अनुसार हर वर्ष के विचार हर वर्ष की एस. एस. बी
- कार्यालय के लिये। आवेदन करना जरुरी है।
- जिस योजना का फॉर्म भरणे उस योजना का नाम देख कर आवेदन पत्र भरणा शुरु कर लीजिए।
- आप कोनसे जिला मे रहते है वहा के सैनिक कल्याण अधिकारी आपके जो दस्तावेज है उस के झेरॉक्स फोटो निकाल कर ऑनलाइन अर्ज कर सकते हो।
- आपने जो ऑनलाइन आरसी किया है ओ सक्सेसफुल हो जाने पर zswo ऑनलाइन अर्ज चेक कर के आपको नियुक्तीपत्र देगा। अर्ज सफल होने के बाद zswo ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे मे राज्य सैनिक बोर्ड (rsb) केंद्रीय सैनिक बोर्ड इनको हार्फ कॉफी सॉफ्ट कॉफी भेजेगा, जब केंद्रीय सैनिक के पास भेजीये कॉफी जाकर फिर और सब जाच कर लेते है।और मुद्रिसुची अपलोड करते है।rmewf yojana
- आवेदन करने वाले व्यक्ति को राज्य सरकार कल्याण विभाग द्वारा इस योजना पर 200 आवेदन शुरु किया जा रहा है।
आवेदन की प्रक्रिया मे योजना के अंतर्गत
rmewf yojana यह योजना दो वर्ष के लिये डिग्री पाने के लिए विधवा महिला को शुरू की गई है, यह अनुदान किसी भी व्यवसाय/ताकनिकी कोर्स या डिग्री के लिए लागू नये,यह भारतीय सेना के जो शाहिद जवान के विधवा बीवी और बच्चो के लिए है।
बच्चे के पढाई के लिए उसमे से सेना हवालदार के पद पर और नौसेना, वायुसेना के संतुलन पद के लिए स्थानो तर डिग्री के लिये। उनकी विधवा बीवी के लिये योजना शुरू की गई है।
वर्ष 2019-20 लाभार्थी की एकूण संख्या =17550 2020-21 तक की संख्या=16409 कुल वितरण की =285528000, 2021-2022 तक की संख्या 160043= वितरण की 285961000 इस सब सैनिक की विधवाए और उनके बच्चो के लिए सरकारने अनुदान हर वर्ष मे विधवाओ को मिलता है।
rmewf yojana FAQ
1) पूर्व सैनिको के बच्चो और विधवाओ की शिक्षा के लिये वित्तीय सहायता योजना कब शुरू की गयी थी?
उत्तर:- पूर्व सैनिको के बच्चे और विधवाओ की शिक्षा के लिये वित्तीय सहायता योजना 1981 मे शुरु की गई थी।
2) हे योजना किसके लिये है?
उत्तर:- शहीद सैनिक के बच्चे और विधवा की शिक्षा के लिए है।
3) यह योजना कितने बच्चो के लिए लागू है?
उत्तर :-2 बच्चे के लिये 1000 महिना लागू है।
4)क्या विधवा किसी भी बँक पासबुक दे सकती है क्या?
उत्तर:- नही सिर्फ एस. बी. आय. और पंजाब नॅशनल बँक का पासबुक दे सकती है।
5) क्या पूर्व सैनिको के बच्चो को शिक्षा भत्ता मिलता है?
उत्तर:- इस योजना का जिन बच्चो और विधवा का आवेदन किया है। जिनका नाम दिया गया है,तो प्रति बच्चा 1000 महिना बच्चे के शिक्षा के लिए दिया जाता है।
- इस योजना मे सैनिको के बच्चे और उनकी विधवाए पत्नी को आसरा निर्णय मिलने के लिए सरकारने 1981 मे योजना शुरू किए गई है। इस योजना मे विधवा के लिये,मदद का हात दिया है|